कई किसानों को ट्रैक्टर के साथ एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है कि उनके ट्रैक्टर थोड़ी देर चलाने में ही गरम हो जाते है। ट्रैक्टर का इंजन ज्यादा गरम होने पर होने पर ट्रैक्टर में बड़े नुकसान की आशंका होती है, ऐसे में किसान को इसका अलर्ट मिलना जरूरी है। लेकिन यह तो इस समस्या एक क्षणिक निवारण है, किसानों के लिए जरूरी है कि वो जाने उनका ट्रैक्टर क्यों गरम हो जाता है और उसके हिसाब से स्थाई निवारण कर सकें।
इसलिए हम आप को ट्रैक्टर के गरम होने के प्रमुख कारण कारण बता रहे:-
कूलेंट की कमी: अगर ट्रैक्टर ज्यादा गरम हो रहा तो उसमे कूलेंट का लेवल चेक करें, अगर कूलेंट कम है तो उसने कूलेंट डालें। आज कल कई ब्रांड इंजन की सेहत सुनिश्चित करने के लिए ट्रैक्टर अतिरिक्त कूलेंट रेसोर्वॉयर तकनीक देते हैं क्योंकि इंजन में कूलेंट की अनुपस्थिति इंजन को बहाल कर सकती है और जेब खाली कर सकती है।
इंजन ऑयल की कमी: एक ट्रैक्टर इंजन घर्षण के कारण बहुत अधिक गर्मी उत्पन्न करता है और इंजन का तेल सभी इंजन के काम करने वाले भागों को लुब्रिकेट करने में मदद करता है जिसके परिणामस्वरूप इंजन ठंडा हो जाता है। इसलिए इसकी उचित मात्रा भी सुनिश्चित करें।
वाटर पंप का बिगाड़ना: अगर वाटर पंप खराब हो जाता है तो वो कूलेंट को पंप करना बंद कर देता है। कूलेंट की अनुपस्थिति में इंजन का गरम होना तय है।
कठिन परिस्थितियों में ट्रैक्टर को चालाना: ये गलती कई किसान करते है, वो इंजन के साथ ज्यादा बड़ा इंप्लीमेंट जोड़ देते है। कम ताक़त वाले इंजन से ज्यादा ताकत लेने की कोशिश में इंजन ज्यादा गरम हो जाता है और ट्रैक्टर क्षतिग्रस्त हो जाता है।
हेड गेस्केट निकल जाना: सिलेंडर हेड और इंजन ब्लॉक दोनों के बीच गेस्केट होता है और इसके क्षतिग्रस्त होने से तेल और कूलेंट को मिल जाता है और इससे इंजन गरम होता है। कूलेंट सिस्टम में ऑयल मिलने से वो पूरी तरह खराब हो जाता है और उसे पूरी तरह सुधरवाना जरूरी है।
थर्मोमीटर का गलत काम करना: कई बार थर्मोमीटर गलत काम करता है और आपको ट्रैक्टर गरम होने की अलर्ट नहीं मिलती और आप उसका उपयोग करते रहते हैं। इससे इंजन अधिक गरम होता है, इसलिए समय समय पर थर्मोमीटर को ट्रैक्टर से निकालकर गरम पानी में डाल कर टेस्ट करें।
गलत कूलेंट का इस्तेमाल: प्रत्येक इंजन निर्माता विभिन्न प्रकार के कूलेंट (शीतलक) का उपयोग करता है और मुख्य निर्माता द्वारा अनुमोदित कूलेंट (शीतलक) को सही करना बहुत महत्वपूर्ण है। इंजन में गलत कूलेंट (शीतलक) का उपयोग ओवरहीटिंग का कारण बनता है।
अशुद्ध रेडिएटर और इसका खराब प्रदर्शन: अशुद्ध और कम प्रदर्शन करने वाले रेडिएटर्स ओवरहीटिंग का कारण बनते हैं। गंदे रेडिएटर के कारण कूलेंट के तापमान को कम करने के लिए पर्याप्त हवा नहीं होती है। इससे भी ट्रैक्टर ज्यादा गरम हो जाता है।
तो यह थे प्रमुख संभावित कारण आपके ट्रैक्टर के ज्यादा गरम होने के, इनकी पूरी जानकारी आपको बहुत काम आएगी। इन सभी बातों का ध्यान रखें और अपने ट्रैक्टर का अनुभव उत्तम बनाए।
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